Saturday, March 21, 2015

प्यार : कुछ मुक्तक - 3





प्यार : कुछ मुक्तक - 3
-------------------


'' प्यार के वास्ते सियासत है ,
प्यार के वास्ते अदावत है ;
बादशाहों तलक से होती रही -
प्यार के वास्ते बगावत है । '' 

                       - श्रीकृष्ण शर्मा 

-------------------------------
पुस्तक - '' चाँद झील में ''  ,  पृष्ठ - 52







No comments:

Post a Comment